मैं स्वयं पर लिखती हूं मैं मेरी खुद पसंद व्यथा कहती हूं, मैं सशक्त हूं और मुझे मेरे मैं स्वयं पर लिखती हूं मैं मेरी खुद पसंद व्यथा कहती हूं, मैं सशक्त हूं और ...
बेलपत्र हैं शिव पे चढ़ाते दूध से करते हैं अभिषेक ; शिव भक्ति के रस में डूबे करते नृत बेलपत्र हैं शिव पे चढ़ाते दूध से करते हैं अभिषेक ; शिव भक्ति के रस में डूब...
नन्ही चिड़ियां दाना लेकर खिलाने वास्ते ढूंढ रही है इस डाल तो कभी उस डाल फुदक-फुदक नन्ही चिड़ियां दाना लेकर खिलाने वास्ते ढूंढ रही है इस डाल तो कभी उस डाल ...
एक धाविका से प्रेम की कविता... एक धाविका से प्रेम की कविता...
वह प्रेमी जो था प्रारम्भ से ही तुम्हारा तुम्हारे अंदर का 'स्व'। वह प्रेमी जो था प्रारम्भ से ही तुम्हारा तुम्हारे अंदर का 'स्व'।
जिन ख्वाबों में खोया हूँ मैं , उनका कोई दर्पण नहीं । जिन ख्वाबों में खोया हूँ मैं , उनका कोई दर्पण नहीं ।